क्लास के CR की चुदाई जरूर होती है हर इंजीनियरिंग कॉलेज में , लेकिन क्लास के CR को चोदने का मौका किसको मिलेगा ये थोड़ा आसान नहीं होता।
इंजीनियरिंग कॉलेज के जो लड़के है वो जानते है की क्लास की CR कितनी मादरचोद होती है और इंटरनल नंबर बनाने के लिए टीचर्स की कितनी चाटती है, लेकिन अगर ये क्लास आईटी, सीएस, ये इलेट्रॉनिक्स है तो CR का बहुत माल होना तय है।
क्युकी कॉलेज में टीचर्स भी होते सेल हरामी है उन्हें भी ऐसी लड़की को CR बनाना होता है जो देखने में माल हो चूचिया भी मस्त हो क्युकी उन्हें भी देखके मज़ा मिलता रहेगा।
कुछ टीचर तो सेल इतने हरामी होते है की क्लास के CR की चुदाई भी कर देते है।
चलिए अब असली कहानी पे आते है मेरा नाम नितीश है और मेरठ के एक कॉलेज का छात्र हु , मैं CS ब्रांच से बी-tech कर रहा हु और मेरे चारो तरफ माल ही माल होते है क्युकी मेरे क्लास में 60 बच्चे है जिसमे से 27 तो लड़किया है।
जब फर्स्ट ईयर क्लास असाइन हुआ तो रूचि पांडेय को मेरे क्लास को CR बनाया गया ,रूचि की आगे रही होगी कोई 20 साल लेकिन उसके चूचे देखके तो मेरी सीनियर भी जल जाती थी।
रूचि की चूची बहुत ऊँची थी , जिसकी वजह से वो बन गयी मेरे क्लास की CR , कॉलेज का हर सीनियर रूचि को चोदना चाहता था। सीनियर तो साले होते ही है हरामी। वो तो बस चाहते ही है की कोई जूनियर मिल जाये जिसकी वो चुदाई कर पाए।
रूचि मेरठ की लोकल थी तो कई सीनियर की गाड़ भी फटती थी की कही उसके घरवाले आके पैल न दे। इसलिए डायरेक्टली कोई उसे कुछ नहीं कहता।
मैं क्लास का बैकबेंचर था और ये जानके चुके थे की पास खुदके पढ़के होना है टीचर्स के पढ़ाने से घंटा कुछ नहीं होना। इसलिए हमारा मकसद था की बस मज़े लो ज़िंदगी के , पढाई लिखाई कर लेंगे आखिरी वक़्त पे ।
रूचि जब जीन्स टीशर्ट में आती थी तो सबका मन एहि होता था की उसका दूध निचोड़ के पि जाए। रूचि की टाँगे इतनी मोटी थी लौड़ा रगड़ने का मन होता था।
रूचि तो घास नहीं डालती थी लेकिन EC ब्रांच की लड़की थी रितू जिसे मैंने पटा लिया था हर वीकेंड में चोदता था।
रितू काफी पतली सी थी लेकिन मैंने उसकी चुदाई कर करके उसके एक दम सेक्सी बना दिया था , उसके चूचे उसके ग्रुप की लड़कियों में सबसे बड़े थे , उसके निप्पल्स को मैंने चूस चूस के टाइट कर दिया था।
लेकिन मेरा टारगेट क्लास के CR की चुदाई थी, जिसके कोसिस में मैं था लेकिन मुश्किल हो रहा था काफी।
दिन गुज़रते रहे और हम फैकल्टी को परेशान करते रहे और रूचि के नाम की मुठ मरते रहे। इमेजिनेशन में भी क्लास के CR की चुदाई करने का अलग मज़ा था।
सेशनल एग्जाम हुआ और मैं हो गया सरे सब्जेक्ट में फेल , मेरे चूतिया दोस्त भी ज्यादातर फेल ही रहे। फेल होने की वजह भी एहि थी की हम लोग बस बकचोदी करते थे पढाई नहीं।
हम लोग क्लास के हरामी लौंडे थे तो रूचि थोड़ा बात करने में कतराती थी और अवॉयड करती थी , उसके ग्रुप के लौंडे एक दम लंड थे और हम उनकी अक्सर लेते रहते थे इसलिए रूचि मुझसे और चिढ़ी रहती थी।
इस तरह से सेशनल्स खतम हुए और हम लोग के बहुत रिजल्ट रहे लेकिन सेमेस्टर में इसका उल्टा हुआ , मेरे एक्सटर्नल मार्क्स क्लास के बॉयज में सबसे हाईएस्ट थे , हालाँकि टोटल मार्क्स बहुत ज्यादा नहीं थे क्युकी इंटरनल नंबर कम मिले थे।
क्लास में जब सबको पता चला की मेरे इतने मार्क्स है और मैथ में cs1 और cs2 सबमे मैंने टॉप किया है तो सबको मेरे बारे में अलग इम्प्रैशन बन गया।
रूचि को एक दिन मैंने असाइनमेंट मांगने के बहाने मैसेज किया , हमारी उस दिन मैसेज पे काफी देर बाते हुई , रूचि ने कहा की तुम क्लास में तो इतने गुंडों जैसे रहते हो पढाई कब कर लिया इतनी की सबमे टॉप क्र दिया।
मैंने कहा की मैथ मुझे पसंद है बाकि सरे सब्जेक्ट्स तो 2 रात की तयारी में हो जाता ह।
अब धीरे धीरे हमारी डेली चैटिंग होने लगी और फिर कॉल पे बात सुरु हुई।
रूचि ने मुझसे कहा की यार नितीश एक प्रॉब्लम है मुझे, मैंने बोला क्या हुआ बताओ न?
रूचि – यार मैकेनिकल क्लास का जो राहुल है वो मुझे काफी परेशान करता है, कमेंट भी पास करता रहता है जब भी निकलती हु। मैं ये बाते घर में बताना नहीं चाहती हु वरना भैया लोग आके उसे मरेंगे और बाते फैलेगी।
मैं – थैंक्स की तुमने मुझे अपनी पर्सनल बात बताई। तुम टेंशन न लो कल से राहुल तुम्हारी तरफ देखेगा भी नही।
अगले दिन मैं राहुल से मिला और बोला की सेल कुत्त्ते अपनी भाभी को छेड़ता है शर्म नहीं आती।
राहुल – अरे नितीश भाई पता नहीं था की तुम्हारी सेटिंग है रूचि । अब आज से कुछ नहीं। लेकिन भाभी से बोलके आयुषी को सेट करवा दे या।
मैंने कहा की चल करवाता हु कुछ तेरा।
रूचि – यार तुमने ऐसा क्या किया की अब राहुल इतने अच्छे से रहता है। मैं – अरे कुछ नहीं , यहाँ अपनी चलती है।
मैं – चलो अब तुम्हे भी मेरी एक बात माननी होगी मेरे साथ मूवी चलना होगा ?
रूचि – हम्म तलक है , लेकिन अभी क्लास में किसी को इस बारे में मत बताना न किसी अपने दोस्त को , क्युकी लोग बाते बनाने लगेंगे।
मैं – हां ठीक है।
इंजीनियरिंग कॉलेज के जो लड़के है वो जानते है की लड़की की चुदाई की पहली सीढ़ी मूवी हॉल के कार्नर सीट से होक ही जाती है।
मैं और रूचि मॉल पहुंचे। मैं बचपन से हरामी हु इसलिए मुझे पता था की अगर ऐसे मूवी का टिकट लिया जो नयी आयी है तो रूचि की चूची दबाने का मौका नहीं मिल पायेगा।
मैंने रूचि से बोला की ये अभी बस क्या सुपर कूल है हम का टिकट मिल रहा है। उसने कहा की ठीक है लेलो जो भी मिल रहा है।
मैंने जाके के वाल कार्नर सीट लेली , मूवी भी ऐसी थी जिसमे दुनिआ भर की डबल मीनिंग कॉमेडी थी।
मैं हलके से अपनी कोहनी रूचि की तरफ ले गया, क्लास के CR की चूचिया इतनी बड़ी थी की वो अपने आपसे ही टच होने लग गयी।
मेरी कोहनी उस दिन रूचि की चूची के बहुत मज़े लिए। रूचि को भी समझ आ रहा था।
पहली बार ही था तो मैंने ज्यादा कुछ नहीं किया बस कोहनी से ही क्लास के CR की चूचिया दबाई।
अब हम काफी क्लोज हो गए थे , मैं उसे नॉनवेज जोक्स भेजने लगा। और उससे फोटो भेजने के लिए कहता। वो घर में पहनने वालो कपड़ो की फोटोज भेजती जिसे देखके मेरा मुट्ठ मारने का मन होता।
एक दिन मैंने ड्रिंक किया था मैंने उसे बोला की रूचि यार आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो मेरी नियत ख़राब हो रही है कुछ करने का मन हो रहा।
रूचि – क्या करने का मन हो रहा है, इतनी ड्रिंक क्यों कर ली तुमने।
मैं – मैंने सोचा नशे में होने का फायदा उठा लेता हु। उससे कहा की रुचि तुम्हारी फोटो में तुम्हारे बूब्स बड़े प्यारे लग रहे है।
रूचि – अब तुम नशे में पागल हो गए हो , पहले तो कभी ये सब बाते नहीं की ?
मैं – यार तुम्हारे बूब्स मुझे बड़े पसंद है, तुम्हारे बारे में तो इमेजिनेशन में मैंने क्या क्या किया है।
रूचि – हाय रे। ऐसा क्या क्या कर दिया ?
मैं – मैं तुम्हारे बूब्स को निचोड़ निचोड़ के चूसा है, और तुम्हारे चूत को चाटा है।
रूचि भी मज़े ले रही थी उसे लग रहा था की सुबह तो भूल ही जायेगा ये।
रूचि – अच्छा और क्या किया?
मैं – मैंने तुम्हारे चूत में ऊँगली डाल के उसका पानी पिया है। तुम्हारी चूत बड़ी स्वादिष्ट है। रूचि मैं तुम्हे बहुत चोदना चाहता हु। तुम्हारे गाड़ में अपना लंड डालना चाहता हु।
रूचि – अच्छा अपने क्लास के CR की चुदाई करोगे और सबको पता चल गया तो मज़ाक उड़ाएंगे सब मेरा ?
मैं – बेबी तुम पागल हो किसे पता चलेगा? अभी कहा हो तुम ?
रूचि – घर पे हु और कहा , यहाँ आने के बारे में सोच भी न लेना पापा भैया तुम्हारी टाँगे तोड़ देंगे।
मैं – ठीक है नहीं आ रहे , लेकिन ब्लो जॉब दो अभी फ़ोन पे।
रूचि – ओके तुम्हारा लंड मैंने हाथ में लिया है अब चाट रही हु , आह आह तुम मेरे मुँह को चोद रहे हो।
मैं – ओह येह। चूसो मेरा लौड़ा रूचि चूस लो इसे। क्लास के CR को लौड़ा चूसने का कबसे सोच रहा हु।
रूचि – आह चोदो मुझे नितीश , आह चोदो। फाड़ तो अपने क्लास के CR की चूत को।
उस दिन रूचि ने मुझे पूरा चुदाई का मज़ा दिया , और भर भरके मुट्ठ मारा मैंन।
अब रूचि मेरे जाल में आ चुकी थी , रूचि को मैं कुछ पढ़ाई में समझने के बहाने bulata और peeche baitha लेता। सीट में ही मैं रूचि के skirt के andar हाथ डाल दिया करता और उसकी चूत ragadta
वो headdown krke baith जाती तो रूचि की बड़ी बड़ी चूचिया मई dabata , मैं बहुत मज़े की ज़िंदगी ले रहा था।
मेरे birthday का दिन था और उस दिन रूचि ने wada किया था की अपनी चूत degi। मैं pure plan के साथ उसे hotel में leke गया।
क्लास की CR रूचि ने जैसे ही अपना टॉप utara मेरी गाड़ fat गयी उसे nanga देखके। उसके बूब्स बहुत ज्यादा बड़े थे।
मैं रूचि की chuchiyo पे toot pada और paglo के जैसे उसे choosne लगा।
रूचि – नितीश थोड़ा aram से। dard हो रहा है यार। bhag thodi रही हु। मुझे कुछ sunai ही ni दे रहा था मैं क्लास के CR की chuchiyo से football khela।
रूचि की चूचिया मुँह में भर भरके मैंने उसके निप्पल्स को toffe जैसे चूसा। मैंने उसके skirt में हाथ डाल दिया और उसके चूत को ragadne लगा।
रूचि मुझे अपने chuchiyo की तरफ ghused रही थी , मैंने उसके chuchiyo को बहुत msalna फिर अपना sar उसके skirt में डाल दिया और क्लास के CR की चूत चाटी।
मैंने बहुत देर tak रूचि की चूत चाटी , और लंड nikalke उसके चूत में डाल दिया , मुझे yakeen नहीं हो रहा था की jis क्लास के CR की चुदाई के मैं sapne dekh रहा था आज वो मेरे paas है।
उस दिन मैंने रूचि को २ बार choda फिर हम ghoomne chale गए।
कुछ वक़्त baad मेरा और रूचि का breakup हो गया। वो किसी और से pat गयी और मैंने dusri पटा ली।