मैं पढाई में बहुत अच्छा था , हमेसा अपने क्लास में टॉप करता था, मेरे सपने थे बड़े बड़े और मैं आईएएस बनना चाहता था , और class me chudai के बारे में सपने में भी नहीं सोच सकता था. क्लास 7the तक सब सही था, लेकिन क्लास 8 में पहुंचने के बाद मेरी ज़िंदगी और मेरा दिमाग बदल गया। मेरी दोस्ती ऐसे लड़को से हो गयी जिस टाइप के लड़को से मेरे माँ बाप मुझे हमेसा दूर रखते थे , और उसी वक़्त ऐसी बहुत सी कहानिया हुई जिनमे से एक है class me chudai ।
मैं हमेसा आगे सीट पे बैठता था लेकिन सेखर और उसके ग्रुप ने मुझे बोला की पीछे आके बैठो पढाई भी होगी और मस्ती भी। मैंने उनके साथ बैठ गया पढाई तो नहीं होती थी लेकिन मुझे मज़ा आने लगा उनके साथ।
वो बहुत हरामी थे मुझसे बोलते थे देख रूबी की ब्रा दिख रही तो कभी अनुष्का की चड्ढी दिख रही। उनके साथ रहके मैं भी एहि सब देखने लगा अब मेरी नज़र भी क्लास की लड़कियों की चूचियों और गाड़ पे रहने लगी।
कॉलेज के बाद हम लोग वहा पास में पुलिया पे बैठते थे, और जो लड़किया साइकिल से निकलती थी उनकी चड्ढी देखते थे, बाद में आपस में मज़े लेते थे की रूबी की नीली थी तो रुकसाना की काली।
सेखर ने साले ने क्लास की एक लड़की निकिता को पटा रखा था और क्लास में ही उसके बूब्स दबाता रहता था, चलती क्लास में वो डेस्क के नीचे से ही उसके स्कर्ट में हाथ डाल देता तो और उसकी चूत में ऊँगली करता था, कई बार तो निकिता की आह निकल जाती थी क्लास में बस टीचर को पता नहीं चल पाता था। वो साला खूब मज़े लेता था मैंने सोचा की मै भी अब रूबी को पटाउंगा , रूबी की चूचिया क्लास में सबसे बड़ी थी और हाइट थोड़ी छोटी थी। Class me chudai के लिए रूबी से बढ़िया माल कोई नहीं था लेकिन वो किसी को भी भाव नहीं देती थी।
मेरे सारे सपने तेल लेने चले गए थे अब मुझे बस चोद और चुदाई दिख रही थ। रूबी के पापा स्कूल में क्लर्क थे तो रूबी से फ़्लर्ट करने में थोड़ी गाड़ भी फटती थी की अगर रूबी ने बता दिया अपने बाप को तो हमे स्कूल से निकलवायेगा और मेरे पाप से पिटवायेगा अलग से।
हमारी ऐसी ही जनरल बाते होती थी रूबी से, क्युकी की वो निकिता की दोस्त थी , हम लोग स्कूल के गार्डन में भी बैठ जाया करते थे। मै रूबी के चूचियों का रास पीना चाहता था क्युकी वो जब भी सामने आती थी सबसे पहले नज़र उसके बड़े बड़े संतरो पे जाती थी जो अपने आप हिला करते थे।
मै छोटा था लेकिन अपने दोस्तों की वजह से सेक्स के बारे में काफी जानकार हो गया था, क्युकी पढाई वधाई में तो उन सालो को कोई इंटरेस्ट था नहीं, बस class me chudai की बाते ही चलती थ। सेखर मुझसे कहता था की रूबी को परपोज़ करदो पट जाएगी, वैसे भी अकेली ही तो है। मेरी हिम्मत नहीं होती थी.
लेकिन वो अगर किसी काम से झुकती थी तो पूरी क्लास की नज़र बस उसके शर्ट के अंदर होती थी, सब साले ठरकी उसके निप्पल्स को देखना चाहते थ। सब साले लड़के ठरकी इतने थे बस मौका ढूंढ रहे थे class me chudai का , लेकिन वो चूतिया थे और लड़किया देती भी काबिल लड़को है एहि सच्चाई है।
एक दिन मैं खड़ा था पीछे से रूबी ने बुलाया मै मुड़ा अचानक से तो तेरे मेरे हाथ उसके बूब्स से टकरा गए , ओह हो हो , हलके से टच में इतना बड़ा आनंद आया की बताऊ कैसे, मै सॉरी बोलते हुए पीछे गया और उससे बोला की हां रूबी, उसने कहा की कल इंग्लिश का टेस्ट है और मेरी बिलकुल तयारी नहीं है, तुम मुझे 3 चैप्टर्स सीखा दोगे क्या। मैंने कहा की हां क्यों नहीं और शाम को रूबी के यहाँ पढाई का प्लान बना। मुझे लगा हमेसा देखे गए class me chudai के सपने कही मेरे सच तो नहीं होने वाले है। हमारे जैसे लौंडो की दिक्कत एहि है कोई थोड़ा प्यार से बोल दे तो लगता है की छोड़ने का चांस है।
मेरी इमेज सबके नज़र में अच्छी थी कुकी मै पहले पढाई में काफी अच्छा था, मै रूबी के घर गया उसके पापा ने दरवाजा खोला, उन्हें देखके मेरी गाड़ फट गई। मैंने कहा की सर वो रूबी ने बुलाया था थोड़ी टेस्ट की तयारी करने के लिए। उन्होंने कहा की हां बेटा ये तो अच्छी बात है आओ पढ़ाई करो, रूबी ने अच्छे लड़को से दोस्ती कर राखी है।
उन्हें क्या पता था की मै रूबी की चुदाई करने के लिए कितना परेशान हु। मै ऊपर फ्लोर पे रूबी के रूम में गया काफी अच्छा सा रूम था और बहुत साडी बुकस राखी थी, मै और रूबी आपस में बात करते लगे और थोड़ी देर पढाई हुई , रूबी ने स्कर्ट और टीशर्ट पहन राखी थी मेरी नज़र तो उसके चूचियों पे अटक गयी थी, रूबी ने मुझे अपने बूब्स घूरते हुए पकड़ लिया और बोली क्या देख रहे हो राहुल ,
मै सकपका गया और बोला कुछ नहीं तुम्हारे टीशर्ट पे लिखा हुआ है जो वो पढ़ रहा था , वो हसने लगी और बोली की अच्छा अगर टीशर्ट में लिखी हुई साडी चीजे पढ़ ली हो तो अब थोड़ा बुक में लिखी हुई चीजे पढ़ले , हम दोनों हसने लगे।
वो झुक के बैठी हुई थी और उसके बूब्स साफ़ साफ़ दिख रहे थे, मेरी नज़र उसके चूचियों से हटनहीं पा रहे थे, उसने फिर मुझे उसके बूब्स ताडते हुए पकड़ लिया और बोली की राहुल तुम्हारा मन नहीं लग रहा है क्या पढ़ने में आज। मैंने कहा की यार रूबी तुम थोड़ा सीधे होके बैठो। मै पढाई पे फोकस नहीं कर पा रहा ह।
वो हस्ते हुए बोली की बहुत पागल हो तुम और चेयर पे जाके बैठ गयी। और बोली की तुम भी सेखर मनोज लोगो के साथ रहके बहुत बदमाश हो गए हो पहले कितने सीधे थे , मैंने की सीधा तो अभी भी हु बस उम्र के साथ साथ बॉडी में केमिकल रिएक्शंस होते है तो कुछ चीजे देखना नहीं चाइये।
वो बोली की अच्छा और तुम लोग क्लास में भी बैठके एहि सब देखते रहते हो न, मैंने हस्ते हुए कहा की तुम्हे कैसे पत।
वो बोली की पता चल जाता है । हम लड़कियों शो नहीं करते लेकिन पता सब रहता है की लड़को के दिमाग में क्या चल रहा था। मैंने मन में सोचा तब तो इसे ये भी पता होगा की मै इसकी चुदाई के लिए कितना प्यासा हु।
उसने कहा की सेखर और निकिता क्लास में क्या करते रहते ह वो भी सब पता है हम लोगो को और हसने लगी। मैंने कहा की अच्छा क्या करते है?
वो बोली निकिता खुद बता रही थी की सेखर इतना परेशान करता है पुरे टाइम किसी दिन टीचर ने पकड़ लिया तो बस कांड हो जायेगा।
मैंने कहा की अच्छा ऐसा क्या करता है वो जो कांड हो जायेगा।
शी -कह तो ऐसे रहे हो जैसे तुम्हे तो कुछ पता नहीं है न?
मै- नहीं मुझे नहीं पता की ऐसा क्या करते है वो लोग मै तो पुरे टाइम पढाई करता रहता हु ( मै उसके मुँह से ऐसी चीजे सुन्ना चाहता था जिससे कुछ स्टार्ट कर पाउ)
शी- अरे शिकार बहुत पागल है वो उसके शर्ट के अंदर हाथ डाल देता है और उसके उस चीज को टच करता है।
मै- उस चीज को मतलब ? क्या टच करता है कुछ समझ नहीं आए रहा है मुझे?
शी- अरे वो चीज मीन्स उसके बूब्स को टच करता है, छोडो अच्छाये सब बाते चलो पढ़ाई चालू करो।
रूबी के मुँह से बूब्स शब्द सुनके मेरे लौड़े में कुछ हो गया और टाइट होने लगा , मैंने बात आगे बढ़ाते हुए कहा की ऐसा करता है क्या। तो निकिता उससे बोलती को नहीं की मत करो।
शी- अरे वो क्या कहेगी उसे खुद मज़े आते है
मै – अच्छा मज़े आते है क्या लड़कियों को इस चीज से?
शी- हां आते होंगे सब तो एहि कहते है।
मै- अच्छा तुम्हारे बॉयफ्रेंड ने नहीं किया है क्या ऐसा। (मैंने चांस लेते हुए try किया)
शी- वो शरमाते हुए बात टालने लगी की नहीं मेरा कोई bf नहीं है और मुझे ये सब गन्दी चीजे पसंद भी नहीं ह।
मै- इसमें गन्दी कोई बात नहीं है और जो प्यार करता है वो ये सब चीजे करते है और तुमने ही तो कहा अभी की मज़े आते है लड़कियों क।
शी- अच्छा छोडो न ये सब , पढाई करनी है या नही। तुम्हे तो सब आता है और मै फ़ैल हो जाउंगी। ये कहके वो वापस बुक लेके मेरे बगल में बैठ गयी और पढ़ने लगी।
वो मेरे बगल में बैठी और मै उसे पढ़ा रहा था , मुझे स्मेल आ रही थी जो मुझे काफी अच्छी लग रही थी मै सोच रहा था की कुछ स्टार्ट करू तो कही ये भड़क जाये तो अपने बाप से मेरी गाड़ भी फतवा देगी।
मै पढ़ने के बहन कोहनी से उसके चूचियों को टच करने लगा। उसके बूब्स इतना बड़े थे की हाथ को हल्का सा आगे ले जाने पे टच होने लग रहे थे, काफी देर मैंने ऐसे ही किया और थोड़ा सा प्रेशर बढ़ाया,
शी – तुम ये जो कर रहे हो और समझ रहे हो की मुझे पता नहीं चल रहा लेकिन मुझे सब पता चल रहा ह। तुम्हे बताया है न की लड़कियों को सब आईडिया लग जाता है।
में- तो इतनी देर से तुमने कहा क्यों नहीं,
शी- मैंने ये भी बताया न की लड़कियों को मज़ा आता है जब कोई बूब्स प्रेस करता है।
इतना सुनके मुझे सांस आयी और मैंने उसके गालो पे किश कर लिया और बोला की तो फिर मै तुम्हे पूरा मज़ा दे दू क्या?
शी – ज्यादा फालतू बाते न करो तुम अब, कही पापा को पता चल गया तो पता नहीं क्या होगा फिर।
मै- अरे पापा को पता चलेगा तब न और मैंने उसके लिप्स को किश कर लिय।
उसने मुझे धक्का दिया और बोली की तुम पागल हो गए क्या ये मेरा घर है और नीचे भैया पापा मम्मी सब लोग बैठे हुए है।
मै – बोला की रूबी धीरे से करेंगे न और उसे पकड़ लिया और हलके से बूब्स प्रेस करने लगा वो, वो कुछ बोलने ही वाली थी की उसके मुँह पे अपना मुँह रखके मै किश करने लगा।
वो मेरा साथ देने लगी और किश करने लगी , मैंने उसके गाड़ पे हाथ लगाया और उसकी गाड़ को दबाने लगा बहुत मुलायम थी उसकी गाड़,
उसकी गाड़ दबाते हुए ढंग से किश किया और उसके होठो को चूस चूस के पूरी लिपस्टिक खा ल। मुझे उसकी गाड़ दबाने में बहुत मज़ा आ रहा था।
मैंने उसे बेड पे गिरा दिया और उसके ऊपर चढ़ के किश करने लगा , मेरा लंड उसकी चूत में ऊपर से घुस रहा थ।
शी – राहुल यार तुम बेवकूफी मत करो , नीचे से अभी कोई आ गया तो बस आज हो जायेगा अपना सब। आज रहने दो किसी और दिन कर लेना जो भी करना हो।
मै – यार अब लौड़ा खड़ा है इतनी जल्दी नहीं शांत होगा , इसे बस शांत करदो। वो बोली की मै कैसे शांत करदु।
मैंने कहा की मुँह में लेलो। वो बोली की जरूर ले रही हु अभी।
जितना कर लिया बस उतना ही काफी है और कुछ नहीं होगा, मैं उसके ऊपर चढ़ गया और बोला की जल्दी से करके काम खतम करतेहै।
और मैंने उसके टॉप में नीचे से हाथ डालके बूब्स दबाने लगा और दूसरा हाथ उसके शॉर्ट्स में डालके उसकी चूत सहलाने लग।
मेरा लंड प्यासा बैठा था बस रूबी की चूत के अंदर जाना चाहता था। क्लास में चुदाई के लिए इतने टाइम से मै बेचैन था आज मुझे मौका मिला था लेकिन वो सपोर्ट नहीं कर रही थी सही से कुकी अपने बाप से डर रही थी,
वक़्त काम था मै तुरंत नीचे गया और उसकी चूत में मुँह लगा दिया और जीभ घुसेड़ दी। उसने मुझे धक्का दिया और बोली की अब तुम हद्द से आगे बढ़ रहे हो,
मैंने कहा की बस 5 मिनट फिर सब बंद। इतना कहके मै उसकी चूत को चाटने लगा उसे भी मज़ा आ रहा था। लेकिव डर भी रही थी।
मैंने सब बंद किया और बोला की चलो पढाई करते ह।
शी- हां बस रहने दो , देख लिया तुम्हारी पढाई। तुम लड़को के दिमाग में बस हमेसा एहि सब चलता रहता है।
मैं – नहीं बस तुम्हे देखके होता है, तुम्हारे बूब्स मेरा लंड को खड़ा करते ह हमेसा इवन स्कूल में भी।
शी – कितने बुरे हो गए हो तुम यार, चलो पढाई करो , इतना कहके हम पढ़ने लगे।
नेक्स्ट डे टेस्ट हुआ और रूबी फेल हो गयी। मुझे देखके घूरते हुए बोली की मै फेल हो गयी खुश हो लो तुम,
मैंने कहा की इस बार पढ़ाऊंगा तो टॉप करोगी।
ऐसे ही बाते होती रही थोड़ा मौका मिलता तो उसकी चूचिया दबा लेता लेकिन उससे ज्यादा कुछ हो नहीं रहा था। छोटे थे तो इतने पैसे भी नई होते थे की होटल में रूबी की चुदाई करू न class me chudai करने का हो रहा थ।
एक दिन सेखर का बर्थडे था हम सब उसके घर पे गए और बर्थडे सेलिब्रेट करने लगे , रात में वही रुकने का प्लान था। और पार्टी के बाद मै रूबी सेखर और निकिता शामे रूम में थे ,
थोड़ी देर बाद हमने देखा की सेखर चालू हो रखा है और निकिता की आवाज़े आ रही है जब लाइट ओपन किया तो दोनों चालू थे और निकिता नंगी थी
सेखर निकिता की चुदाई में लगा हुआ था, निकिता मेरे आँखों के सामने नंगी थी उसे देखके मेरा लौड़ा खड़ा हो गया, रूबी ने देखा और मुझे कहा की उस तरफ न देखो और मेरे आँखों के सामने हाथ लगा दिया। मैंने रूबी को पकड़ा और किश करने लगा और उसकी जीन्स उतर के चूत रगड़ने लगा।
मैंने सोचा की जल्दी चोद लू वैसे भी इतने वक़्त बाद मौका आया है, और मैंने रूबी की चूत में लंड डाल दिया, जल्दबाज़ी में लौड़ा बहुत तेज़ से अंदर चला गया और वो चिल्ला दी , मैंने उसके मुँह में हाथ लगाया और धीरे धीरे करने लगा।
रूबी की चूत को अच्छे से छोड़ने के बाद उसे उल्टा किया और पीछे से गाड़ में डालने लगा वो अंदर जा नाही रहा था। सेखर ने मुझसे कहा की तुम निकिता की गाड़ में डाल लो उसके अंदर आराम से जाता है। और रूबी के बूब्स को दबा दिया। रूबी बोली सेखर तुम नहीं प्लीज।
सेखर बिना कुछ सुने उसके बूब्स को दबाने लग। रूबी भी पुरे मज़े में आँखों को बंद करके बूब्स दबवा रही थी,
मैं निकिता के पास गया और उसको हगकरने लगा। मैंने अपना लौड़ा उसके चूत पे ऊपर से रगड़ रहा था, ये सोचके लौड़ा और टाइट हो रहा था की अपने क्लास की दो लड़कियों को चोद रहा हु। स्कूल में निकिता इतनी सीधी बनके रहती और class me chudai के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता वो इतनी ढंग से रहती है और आज मुझसे ऐसे चुदवा रही गाड़ उठा के जैसे नशे में है कोई और सेखर राहुल में अंतर नहीं है
मैंने निकिता की चूत को चोदा और उल्टा करने गाड़ में भी लंड डाल दिया वो थोड़ा चिल्लाई और फिर उठा उठा के गाड़ चुदवाने लगी।
दूसरी तरफ सेखर ने रूबी को चोद चोद के बुरा हाल कर दिय।
उस दिन के बाद से हम लोग की लाइफ एक दम बदल गयी। मै कई बार निकिता के बगल में बैठ जाता था क्लास में तो कभी रूबी को पास सेखर l
निकिता के बूब्स बहुत दबाया क्लास में तो कभी चूत में ऊँगली कर दी। एक दिन तो हद हो गयी मै पेन ढूंढने के बहाने नीचे गया और निकिता की चूत में मुँह लगा के चूत चाटने लगा। एक दिन तो ऐसे हुआ की मैंने रूबी से कहा की कल जल्दी आ जाना इंग्लिश की एक्स्ट्रा क्लास है वो 1 ऑवर पहले आ गयी क्लास में कोई नहीं था उस दिन मैंने Class me chudai का असली मज़ा पहली बार लिया।
क्लास 10 तक हम सब साथ थे और बहुत चुदाई की हमने हर तरह से हर जगह, 10 के बाद हमारी क्लास अलग अलग हो gyi. अब मै पक्का हरामी हो गया था, उसके बाद भी मैंने 12th में भी class me chudai की। निकिता की बड़ी बहन भी मेरे क्लास में है अब