लॉकडाउन में सबके साथ बहुत बुरा हुआ है, बहुत लोगो ने बहुत कुछ खोया , शायद मैं अकेला किस्मत वाला होऊंगा जिसे बहुत मूल्यवान चीज वो थी अपनी सगी छोटी बहिन की चूत। मैं आपको बताऊंगा की मैंने कैसे लॉकडाउन में बहन की चुदाई की।
ये कहानी पढ़के आपका लौड़ा बहुत टाइट होने वाला है और उतना मुठ मरोगे जितना कभी नहीं मारा। क्युकी मेरी कहानी आपको अपनी कहानी लगेगी। हो सकता है आप अपने सगी बहन की चुदाई न करना चाहते हो लेकिन ऐसा कोई नहीं है जो अपने चाचा मां या बुआ के लड़की को भी नहीं चोदना चाहता। ये कहानी पढ़के आपको आईडिया मिलेगा और हो सकता और उस आईडिया से आप भी लॉकडाउन में बहन की चुदाई करदे।
हम 3 भाई और 1 बहन है , मैंने लास्ट से सेकंड नंबर पे हु और मुझसे एक छोटी बहन है जिसका नाम अर्चना है , अर्चना 23 साल की है और btech 3rd ईयर की स्टूडेंट है , उसका फिगर 34D 28 34 है , वो बहुत गोरी लम्बी और सुन्दर है।
बड़े भैया आर्मी में है और भाभी के साथ जयपुर में रहते है , दीदी की शादी हो चुकी है और मुझसे बड़ा भाई IIT कानपूर से btech कर रहा है।
तो कुल मिलाके यहाँ घर में बस हम 4 लोग ही रहते है, मम्मी पापा मै और अर्चना।
मार्च में कोरोना आया देश में और हम सब घर में सबसे दूर होक रहने लगे , बहार जाना भी बंद कर दिया ,और उसके बाद मोदी ने लॉकडाउन लगा दिया जो जहा था वह रह गया , लाइफ बहुत बोरिंग होने लगी थी और कुछ भी समझ नहीं आ रहा था।
एक दिन मै और अर्चना लूडो खेल रहे थे , अर्चना झुक के बैठी थी तो मेरी नज़र उसकी चूचियों पे जा रही थी , इतने दिन से लॉकडाउन में घर पड़े पड़े लड़किया दिखना भी बंद हो गयी थी तो अब अपनी सगी बहन ही दिख रही थी ,
और जब गौर करना सुरु किया तो पाया की अर्चना तो इतनी सुन्दर हो गयी है की उससे अच्छा मैटेरियल तो चुदाई के लिए कुछ हो ही नहीं सकता।
मै लूडो खेल रहा था और अर्चना की चूचिया ताड़ रहा था , अर्चना ने मुझसे उसके बूब्स देखते हुए देखा और साइड की स्माइल और बदमाशी से थोड़ा आगे की तरफ झुक गयी जिससे मुझे उसके क्लीवेज दिखने लगा।
वो गुस्से की एक्टिंग करते हुए बोली की भैया आपकी नज़र लूडो की गिट्टी पे नहीं है लगता है कही और है। मै सकपका गया और उसकी बातो को इग्नोर करते हुए बोला की फालतू की बाते न करो अपनी चांस चलो।
उसने चला फिर मेरी चांस आयी इस बीच मैं उसकी विनिंग गोट काटने वाला था तभी वो बोली की भैया प्लीज मत काटो मै हर जाउंगी और मुँह बना लिया।
मुझसे बड़े प्यार से बोली की मेरे प्यारे भैया हो न और उसके बूब्स उसके टॉप से बहुत अच्छे दिख रहे थे और हैरत की बात ये है कि की उसके बूब्स मेरी बड़ी दीदी के बूब्स से भी काफी बड़े थे।
मैंने उससे मज़ाक में कहा की अगर तुम्हारी गोट नहीं कटा तो मुझे क्या फायदा होगा , उसने बोला की आप जो बोलो वो करूंगी बस मुझे हराओ मत। मैंने कहा सोच लो ये वादा महंगा भी पद सकता है तुम्हे , उसने कहा की कोई बात नहीं।
मैंने उसे नहीं कटा और जाने दिया और इसी कारण से वो मुझसे उस दिन जीत गयी। नाचंने लगी और बोली की आप मेरे सबसे प्यारे भैया हो और आकर मेरी गले लग गयी।
उसकी गाड़ पे एक हल्का सा थप्पड़ मारा और बोला की बहुत बदमाश नहीं होती जा रही हो तुम आज कल। वो बोली की भैया मुझे पता है की किस्से कैसे जितना है और हसने लगी और अपने रूम में चली गयी।
मैंने पूरी रात उसके बारे में सोचता रहा और विशेष रूप से उस दिन उसके नाम से 2 बार लौड़ा हिलाया। मैंने आंखे बंद करके सगी छोटी बहन को चोद रहा था , और सोच रहा था की कैसे भी करके लॉकडाउन में बहन की चुदाई करनी है।
अब अर्चना जब भी मेरे सामने आती तो मेरी निगाह उसके शरीर पे ही रहता था वो घर में काफी कम कपड़ो में रहती थी और ज्यादातर टाइम तो बिना ब्रा में।
उसके बूब्स इतने बड़े थे की मन होता था की इसको निचोड़ निचोड़ के सारा दूध पी जाऊ और गाड़ का शेप तो ऐसा था की जैसे उसके जनम बस चुदने के लिए ही हुआ है। वो बहुत नटखट थी जिसके वजह से बहुत चंचल थी , ऐसी चंचल लड़कियों को चोदने का सबसे ज्यादा मज़ा आता है।
सोचिए अगर आपको भी अपने बुआ के लड़की को चोदने का मौका मिले तो आप क्या करेंगे , और अर्चना तो मेरी सगी बहन थी इसलिए बहुत सरे बाते भी मन में आ रही थी की कही अर्चना बुरा मनके ये बात घर को बता दे या कही मुझसे बात करना बंद कर दे तो कैसे रह पाउँगा।
मैंने सोच लिया था की कुछ जबरदस्ती नहीं करूँगा अगर कुछ आराम से हो जाता है तो अच्छी बात है वरना उसको इमेजिन करके ही उसकी चूत में लौड़ा डाल लिया करूँगा।
हम लूडो खेल रहे थे तभी मैंने अर्चना से पूछा की अर्चना ये फिगर मेज़रमेंट क्या होता है , वो चौक गयी और बोलो की भैया आपको सच में नहीं पता है क्या, मैंने कहा नहीं ऐसी कोई बात है क्या जो पता होना जरूरी है ?
अर्चना – हां ये तो सबको पता होगा , और हसने लगी और बोलो की आपको गर्ल फ्रेंड की बहुत जरूरत है वरना आप गधे रह जाओगे।
मैंने कहा की ऐसा क्या होता है इसमें तो वो बोली की भैया ये बाते भाई बहन के बीच में नहीं गर्ल फ्रेंड बॉय फ्रेंड के बीच होनी चाइये लेकिन मै आपको बता देती हु वरना आपका आपके दोस्तों के सामने मज़ाक उड़ सकता है।
अर्चना शरमाते हुए बोली ki भैया लड़की के बूब्स का जो साइज होता है वो पहले आता है फिर कमर और बाद में हिप्स।
मैंने मस्ती करते हुए कहा अच्छा ऐसा होता है क्या तो तुम्हारा मेज़रमेंट क्या है , वो बोली की भैया आप अब बदमाशी कर रहे हो बहन से ये नहीं पूछा जाता। गलत बात न करो आप मुझसे।
मैंने कहा की भाई हु तुम्हारा मुझपे ट्रस्ट करके बता सकती हो कुछ भी , उसने बोला की नहीं भैया जाने दो न।
मै – यार अर्चना प्लीज बताओ न मुझे थोड़ा आईडिया लगे वरना सीख नहीं पाउँगा और दोस्तों क सामने मज़ाक बन जायेगा मेरा।
अर्चना – अच्छा ठीक है बाबा मेरा साइज 34D 28 ३४ है। और अब बस आप अपनी चाल चलो लूडो में।
मै – यार 34 साइज कितना होता है।
अर्चना – गुस्से में अपनी टॉप ऊपर कर दी और बोली की लो देख लो कितना होता है , परेशान कर दिया है अपने।
छोटी बहन के नंगे बूब्स देख के मेरे मुँह में राल बहने लगी और लौड़ा इतना ज्यादा टाइट हो गया जितना कभी नहीं हुआ थ।
अर्चना ये सब देख रही थी और बोली की ऐसे क्या देख रहे हो कभी किसी लड़की के बूब्स नहीं देखे क्या।
मैंने कहा की कभी नहीं देखे है लेकिन दोस्त कहते है की इन्हे दबाने में और निप्पल्स को मुँह में रहके चूसने में बहुत मज़ा आता है।
अर्चना – भैया मुझे समझ में आ रहा की आप क्या कहना चाहते हो लेकिन ये सोचना भी मत , मै आपकी सगी बहन हु और ये तो मै कभी नहीं करने दूंगी।
मै – बाबू मैंने कहा क्या की मै बूब्स दबाऊंगा या निप्पल्स को चूसूंगा , मै तो बस हल्का सा एक बार टच करना चाहता हु।
अर्चना – नहीं भैया , गलत है ये। और आपको अगर टच करा भी दिया तो आप बहुत आगे बढ़ने लगोगे और फिर पता नहीं क्या क्या करने को कहोगे इसलिए मै नहीं टच करवा रही अपने बूब्स को।
मै- बेबी मै पक्का बस हल्का सा टच करूँगा और इतना कहते ही मैंने उसके बूब्स पे हाथ रख दिया , वो मुझे बहुत गुस्से में देख रही थी।
मैं उसके बूब्स को सहलाने लगा उसने मेरा हाथ रोक लिया और बोली चलिए टाइम ओवर , मैंने कहा की भूल गयी उस दिन तुम्हारी गोट न काटने के लिए तुमने क्या कहा था।
अर्चना – अरे तो उसके लिए आप ये सब करोगे क्या भैया । ये तो बहुत गलत बात है।
मैंने बोला की अपना वादा पूरा करो , मैं बस बूब्स दबाऊंगा और कुछ भी नहीं करूंगा , उसने कहा की ठीक है बस 5 मिनट।
मैं पागलो जैसे उसके बूब्स को दबाने लगा , और उसकी टॉप उतर के फेक दिया और बूब्स को मसलने। मेरा लैंड पीछे उसके गाड़ में घुस रहा था पैंट के ऊपर से। मैंने उसके निप्पल्स दबा दिय।
अर्चना – आह उह , भैया प्लीज न करो। थोड़ा तो रिश्ते का ख्याल करो। सगी बहन हु आपकी राखी बांधती हु हमेसा।
मैं – उसकी कोई बात नहीं सुन रहा था और उसके निप्पल्स को दबा रहा था साथ ही लंड पीछे से उसके गाड़ में डाल रहा था।
मैंने अर्चना को बेड पे गिरा लिया और उसके पीट पे लेट गया। मेरा हाथ उसके बूब्स को रगड़ रहे थे और लंड उसकी गाड़ में घुस रहा था।
अब अर्चना भी शर्म के परदे से बहार आने लगी और सीधी लेटके मेरे सर को अपने बूब्स में घुसेड़ दिया। मै समझ गया की आज मेरी ख्वाहिस पूरी होगी लॉकडाउन में बहन की चुदाई करने की।
मैंने अर्चना के निप्पल्स को जीभ से सहलाया और सूंघा , अलग दुनिआ की खुसबू थी मै जानवर बन गया और पुरे बूब्स को जितना मुँह में आ सकता था उतना भर लिया और चूसने लगा। मै उसके बूब्स को चाट रहा था और एक हाथ से उसकी चूत को रगड़ रहा था।
मैं उसके बूब्स को दबाके दबाके चूस रहा था , अर्चना बोली की भैया आप तो ऐसे चूस रहे हो जैसे इसमें दूध आ रहा है। मैंने कहा की आज कसम खाओ की पूरी ज़िंदगी अपना दूध मुझे पिलाओगी शादी के बाद भी।
अर्चना – आपकी बहन का दूध तो आपके भांजे पिएंगे।
मै – भांजे की माँ को तो मै चोद रहा हु तो दूध भी पहले मै पियूँगा। दोस्तों उसके बूब्स बहुत सफ़ेद और सुन्दर थे बस मन हो रहा था की इसमें से अब दूध आ ही जाये और मै पी लू सारा दूध।
मै नीचे गया और उसकी चूत को देखा सामने से। बहुत प्यारा सा था छोटा सा , हलके हलके बाल। मैंने धीरे से उसपे अपनी जुबान लगायी , वो मचल गयी। ओह भैया।
मैंने उसकी टांगे खोल दिए और जीभ को अंदर डाल के घूमने लगा। जीभ डालके मै उसकी चूत को चाटने लगा। ओह। क्या महक थी मेरी बहन के चूत की। मै कुत्ते क जैसे उसकी चूत को चाट रहा था।
मै शहद लगा दिया उसके चूत पे। अब टेस्ट काफी बढ़ चूका था। मैंने कहा की तुम्हे कैसा लग रहा है लॉकडाउन में बहन की चुदाई करने जा रहा हु। वो बोली मुझे नहीं पता बस आप धीरे डालना। अब तक मैंने ऊँगली भी डालना सही से सुरु नहीं किया था और आप इतना मोटा लंड डालने जा रहे हो और पूछते हो की कैसा लग रहा।
मैंने कहा की बाबू बहुत धीरे डालूंगा अपनी बहन की चूत में। बिलकुल दर्द नहीं होने दूंगा। मैंने लंड छोटी बहन की चूत में डाल दिया। वो चीख गयी भैया प्लीज जल्दी बहार निकालो। मैंने कहा की एक शर्त पे की पूरी ज़िंदगी मुझसे चुदवाोगी बुढ़ापे में भी। वो गुस्से में बोली हां मादरचोद जब मैंने हो चोद लेना लेकिन इसे बहार निकालो।
बहार निकला और फिर से अंदर डाल दिया वो बोली की भैया मान गयी बहुत हरामी हो कसम से।
मैंने लंड की की स्पीड बढ़ा दी और भकभक अंदर बाहर करने लगा , वो थोड़ी देर बाद एक्टिव हो गयी और बोली की चोद मादरचोद अपनी बहन हो। फाड़ दे अपनी बहन की चूत। करले लूडो के खेल में बहन की चुदाई लॉकडाउन में ,
उसको चोद चोद के रुला दिया , लौड़ा बाहर निकल के उसके मुँह में डाल दिया।
बहन की चुदाई शहद लगाके की थी तो मेरा लौड़ा भी उसे मीठा लग रहा था , अब मै झड़ने वाला था इसके बावजूद उसने मेरा लंड नहीं छोड़ा और चूसती रही।
फलस्वरूप मेरे लंड का सारा पानी उसके मुँह में निकल गया। उस दिन मुझे पता चला की लड़की कितनी भी सीढ़ी रहे लेकिन उसके अंदर बहुत आग होती है।
लॉकडाउन में बहन की चुदाई मेरे लिए अब आम बात हो चुकी थी , मै किसी भी टाइम अर्चना की चुदाई कर देता था।
दोस्तों आप भी अपनी कहानी बताओ की कैसा रहा आपका लॉकडाउन , लॉकडाउन ही ऐसा वक़्त होता है जब चोदने के ज्यादा मौके मिलते है उसे खाली न जाने देना।
Hrllo
Hello onlay for girls woman plesee watsapp massej me
Bad story
Very nice 👌👍
Thanks buddy. tumhara bhi man hua hai apni bahan ko chodne ka?
Waah bhai kya mzedaar story mere to lund se Pani nikal gya aapki story sunke mujhe apni mousi ki ladki yaad aa gyi Maine bhi uski khub gand Mari thi bdi he maal thi wo
kya bat hai, asli hero ho aap. agar aap chahe to aap apni ek 1500 word ki story likhke Email kare icstblog@gmail.com par
agar apni kahani shortlist hui to apko 100 rupye phonepe kiye jayenge humari website ki taraf se.
Nice
Ek ladki he randi he
Koi bhi bhabhi ladki apna whatsup no do jinko sex pasand ho