मेरी मौसी प्रतिमा की शादी को बस एक महीने बाकि थे, लेकिन वो खुश नहीं थी क्युकी वो हम सब से बहुत ज्यादा अटैच थी, वो बहुत दुखी थी की हमसे दूर होके कैसे रहेंगी। और मई भी खुश नहीं था क्युकी मेरा बचपन से सगी मौसी की चुदाई का सपना टूट रहा था।
अब तक मैं हलके चुपके से मौसी बूब्स और निप्पल्स को देख लेता था तो कभी कोहनी से दबा देता था, कभी पीछे से खड़े होके मौसी की गाड़ में लंड रगड़ के खुश हो जाता था, अब ये सब मुझसे छूटने वाला था।
मेरी मौसी मुझसे 7 ही बड़ी थी, क्युकी वो काफी लेट पैदा हुई थी अपने घर। मौसी हमारे यहाँ रहके ही आगे की पढाई कर रही थी, हमारे साथ खेलती थी कहती थी।
प्रतिमा मौसी की लम्बाई थोड़ी कम थी लेकिन उनके बूब्स और गाड़ का साइज बहुत सही था, वो काफी गोरी थी उनकी जाँघे भी गोरी और मोती थी, वो घर में रहती थी तो शॉर्ट्स, स्कर्ट या मैक्सी में रहती थी तो उनके शरीर के दर्शन होते रहते थे हमे पुरे दिन।
पहले मौसी के बारे में मेरी कोई गलत भावना नहीं थी लेकिन एक दिन मैं श्रेया रितिका और मौसी छुपम छुपाई खेल रहे थे। सब लोग छिपने लगे और मुझे कोई और जगह नहीं थी तो मई मौसी के मैक्सी के अंदर घुस गया।
श्रेया काफी देर मुझे ढूंढती रही लेकिन मैं बहार नहीं आया , मैक्सी के अंदर मुझे काफी अलग सी महक आ रही थी , कुछ समझ नहीं आ रहा था की कैसी महक है।
कुछ दिन बाद जब मैं incestsexstory.in पे गन्दी कहानिया पढ़ रहा था तो पता चला की वो महक मेरी सगी मौसी की कुवारी चूत की थी।
अब मेरे अंदर वो महक सूंघने का चस्का लगने लगा।
जब भी हम आइस पाइस खेलते थे तो मौका मिलते ही मौसी के मैक्सी के अंदर घुस जाता था , मौसी सोचती थी की ये मेरा बचपना है , मैं अंदर जाके थोड़ा मुँह को ऊपर करता था और मौसी की पैंटी देखता था और सूंघता था।
प्रतिमा मौसी को एक दिन पता नहीं क्या सरारत सूझी, और जब मई मैक्सी के अंदर घुसा तो उन्होंने गिरने की एक्टिंग की और चूत मेरे मुँह में घुसेड़ दिया, मैं अंदर तड़प रहा था और मौसी अपनी चूत मेरे मुँह पे रगड़ रही थी।
मैं बहुत मुश्किल से बाहर आया तो गुस्से से मौसी को देखा , मौसी ने चिढ़ाते हुए बोलै की और छुपना है मेरे मैक्सी के अंदर। मैंने कहा नहीं आप जाओ बात न करना मुझसे।
मेरी सांसे फूल रही थी कही मैं मर जाता तो ?
मौसी – तो तुमसे किसने कहा की मौसी के मैक्सी में घुस जाया करो , जानते हो कितनी गन्दी बात होती है ?
मैं – ठीक है अब कभी नहीं कर रहा मैं ऐसा, और दुखी मुँह बनके चला गया। अपने रूम में जाके मुझे वही सब बाटे दिमाग में चल रही थी और थोड़ा अच्छा भी जैसे फील आ रहा था।
उस दिन मैंने गन्दी कहानिया पढ़ना सुरु किया, मैंने सगी कुवारी मौसी की चुदाई कहानी पढ़ी और प्रतिमा मौसी को सोचके अपने लंड को हिलाया।
अब मैंने फिर से वही काम किया और खेल खेल में मौसी के मैक्सी में घुस गया , इस बार जैसे ही मौसी ने मुझे परेशान करने के लिए अपनी चूत को मेरे मुँह से रगड़ा , मैंने उनकी पैंटी को साइड करके चूत को मुँह में भर लिय।
मौसी ने कहा की अरे पागल लड़के ये क्या कर रहा है , मैंने उनकी कुछ न सुनी और उनकी चूत को चाटने लगा। मौसी ने कहा यहाँ मत कर कोई देख लेगा।
मौसी मुझे अपने रूम में ले गयी। मैंने जयादा टाइम वास्ते किये बिना तुरंत मौसी के मैक्सी को ऊपर करके उनकी चूत को चाटना सुरु कर दिया। मौसी मेरे मुँह को कभी अपने चूत में दबती तो कभी अपनी चूत को उठा के मेरे मुँह में घुसेड़ देती।
सगी मौसी के चूत का रास पीके मई दूसरी दुनिआ में था, मैंने मौसी के चूचियों को मसलना सुरु कर दिया और मैक्सी को पूरा उतर दिया। मौसी के बड़े बड़े बूब्स मेरे दोनों हाथो में पूरा नहीं आ रहे थे , मई सगी मौसी के सैंट्रो को मुँह में भरके दबा दबाके चूसने लगा।
मैं सोचने लगा की कास मौसी को ढूढ़ आता तो आज पूरा दूध निचोड़ के पी जाता। मैंने मौसी के निप्पल्स को मसल के बूब्स को चूस रहा था मौसी – अरे बेटा धीरे धीरे पियो न। मेरे बूब्स को भी तुम्हारे लिए तो है। जैसी तुम्हारी माँ तुम्हे दूध पिलाती है तो मै भी पीला सकती हु। पी लो मेरे बेटे अपनी मौसी के दूध।
निचोड़ डालो अपनी मौसी की चूचियों को। खा जाओ बेटा अपने मौसी की चूचियों को।
मैं – मौसी आप इतनी सुन्दर हो , आपका शरीर इतना उत्तेजक है की किसी बुड्ढे का भी लंड खड़ा हो जाये , फिर अपने आज तक बॉयफ्रेंड क्यों नहीं बनाया ?
मौसी – मेरा ये सब करके घर को बदनाम नहीं करना चाहती , क्युकी मैंने देखा है सब लोग की आंखे में बस मेरी लिए सेक्स रहता था , सब बस बेटा तुम्हारी मौसी को चोदना चाहते है।
मैं – अपने अच्छा किया मौसी। मैं आपको किसी बाहरी लड़के की कमी कभी नहीं होने दूंगा।
मौसी – लेकिन बेटा तुम तो छोटे हो इतने और कुछ वक़्त बाद ही अब मेरी शादी है।
मैं – मौसी जनता हु हमारे पास वक़्त नहीं है जितना टाइम है हमारे पास हम उसे हसीं बना सकते है। इतना कहते हुए मैंने अपनी अंडरवियर निकल दी।
मौसी – अरे बेटा। तुम इतने बड़े हो गए मुझे पता ही नहीं चला। तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा और मोटा हो गया है।
मैं – मौसी मैंने देखा की लड़किया जब लंड मुँह में लेती है तो बहुत अच्छा लगता है , आप भी अपने भतीजे का लंड मुँह में लेंगी क्या ?
मौसी – बेटा ये सब मुझे पसंद तो नहीं है लेकिन इतना कम वक़्त है मेरे पास तो तुम्हारी ख्वाहिस जरूर पूरी करुँगी , ये कहके मौसी ने मेरा लौड़ा अपने मुँह में ले लिया।
मौसी मेरे लंड को चूस रही थी , मैं मौसी के सर को आगे पीछे करके अपना लंड उनके मुँह में डाल रहा था।
मैंने मौसी से कहा की मौसी अब मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा है , मैं आपको चोद दू क्या ?
मौसी – नहीं बेटा , तुम्हारा लंड इतना बड़ा कही इसने मेरे चूत को फाड़ दिया तो शादी के बाद तेरे मौसा जी मेरी चूत देखके कहेंगे की ये शादी से पहले ही चुदाई करवाके आयी है लग रहा।
मैं – मौसी मेरा लंड अपनी सगी मौसी की चुदाई करने के लिए पागल हो रहा है , प्लीज इसको आपके चूत के अंदर जाने दो बाद का बाद में देखेंगे।
मौसी ने न नुकुर करते हुए मेरे लंड को अंदर ले लिया , आह। ओह आह क्या मज़ा आया अपनी मौसी की चूत में लंड डालके।
मैं फच फच लंड को अंदर बाहर करने लगा।
मौसी – आह कितना कमीना निकला रे तू। अपनी सगी मौसी की चुदाई करके तुझे शर्म न आ रही ह। चोद ले मन भरके अपनी सगी मौसी को आज। आह। ओह याह आह आआह। चोद दे अपनी मौसी को।
चूत फाड़ दे आज अपनी मौसी को। आह और अंदर डालो अपना लंड। चोदो अपनी माँ की सबसे छोटी बहन को।
मैं पूरी डैम लगाके अपने प्यारी सगी मौसी की चुदाई कर रहा था। मैंने कहा की मौसी आपके गाड़ में भी लंड डालने का मन हो रहा है।
मौसी – नहीं बेटा आज नहीं। आज वैसे ही तुमने अपनी सगी मौसी की कुवारी चूत को चोद चोद के भोसड़ा बना दिया है। इतनी बेदर्दी से चोदता है क्या कोई अपनी माँ की बहिन को।
मैं रुक नहीं रहा था। मैंने मौसी की टाँगे ऊपर की और लंड पेलता रहा। मौसी आप गाड़ देना का वादा करो तभी छोडूंगा वरना आज आपके चूत का और बुरा हाल करूँगा।
मौसी – ठीक है बेटा किसी दिन कर लेना सगी मौसी के गाड़ की चुदाई, आज अपनी मौसी को छोड़ दो।
मैंने लंड मौसी की चूत से निकल के उनके मुँह में डाल दिया। इस दिन के बाद से मौसी मेरी रंडी बन चुकी थी , 1 महीने तक डेली अपने सगी मौसी की चुदाई की।
मेरी किस्मत अच्छी है की मौसी का ससुराल भी पास में है तो मै अक्सर छुटियो में उनके घर जाता हु और मौसी की चुदाई करता हु। मौसी को भी मेरा लंड चूसना बहुत पसंद ह।
मौसी की बेटी भी हो चुकी है तो अब मौसी को दूध भी आने लगा लगा है। जब जाता हु तो दोनों हाथो से निचोड़ निचोड़ के मौसी के दूध पीता हु और फिर गाड़ में लंड डालके हिलता हु।
मेरे जीजा की बहन प्रगति भी बहुत माल है। मैंने मौसी से कई बार कहा की प्रगति की चुदाई करने में हेल्प करो।
शायद जल्दी ही मुझे प्रगति को चोदने का मौका मिलेगा। बताऊंगा आपको उसकी स्टोरी। और चाहूंगा की आप सबको भी प्रतिमा मौसी जैसी मौसी मिले।